तुम क्या हो!
मैं नहीं जानतातुम क्या हो, और क्या बनना चाहते होलेकिन तुम्हारा होने के नाते तुमसे इतना तो कहूँगाकि तुम जो हो वही रहोवो बनने की कोशिशना करो जो तुम नहीं होकही ऐसा ना होकि भविष्य का कोई आता जाता झोंका तुम्हारे वर्तमान अस्तित्व को मिटा देऔर उसके बादतू अपने अतीतको याद करके अपनी करनी पर पछताते रहो।
8 comments:
नारद जी क्या बात है.....मज़ा आ गया
yhi to sab jagah ho rahaa hai sundar bhaav ke liye badhai
और उसके बाद
तू अपने अतीत
को याद करके
अपनी करनी पर
पछताते रहो।
" narayan narayan...."
hmmm.....gaharai hai accha laga
तुम जो हो वही रहो
वो बनने की कोशिश
ना करो जो
तुम नहीं हो
सत्य वचन, सुंदर भावनाओं की अभिव्यक्ति
chacha kya likhate hai aap. mujhe mere pita ki batein yaad aa gayi
apko namaskar
क्या बात है!बहुत सुंदर धन्यवाद!लेकिन ये क्या मुनि जी आजकल तो दर्शन देना ही बंद कर दिए!http://pinturaut.blogspot.com/'http://janmaanas.blogspot.com/
बहुत खुब आप ने एक सच कह दिया.
धन्यवाद
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