Wednesday, January 20, 2010

पतझड़ मेरा मन



तेरा जाना पतझड़
तेरा आना बसंत,
मन एक
कामनाएं अनंत।
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बसंत से सराबोर
हर उपवन,
पतझड़ सा वीरान
तेरा मेरा मन।

6 comments:

Anonymous said...

मन एक
कामनाएं अनंत।
सत्य वचन - बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं

Anonymous said...

बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं!

पंकज वर्मा said...

मन एक
कामनाएं अनंत,
हर टूटी ख्वाइश,
पे बिखरे मन.
ढूंढें ये वो सरोबार उपवन,
तेरा मन और मेरा मन!

पी.सी.गोदियाल "परचेत" said...

बसंत से सराबोर
हर उपवन,
पतझड़ सा वीरान
तेरा मेरा मन।
बहुत खूब !

डॉ. मनोज मिश्र said...

बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं..

वन्दना अवस्थी दुबे said...

बहुत सुन्दर. वसन्तपंचमी की शुभकामनायें.