गोयल जी, स्वामी विवेकानंद की पुन्य तिथि को याद रखकर आपने अपने हृदय आँगन में झांकने का मौक़ा दिया, क्योकि स्वामी जी के विचार सझने वाला ही उनकी स्मृतियों का दुनिया के सामने बारबार ला सकता है /थैंक्स/
सभी मरेंगे- साधु या असाधु, धनी या दरिद्र- सभी मरेंगे। चिर काल तक किसी का शरीर नहीं रहेगा। अतएव उठो, जागो और संपूर्ण रूप से निष्कपट हो जाओ। भारत में घोर कपट समा गया है। चाहिए चरित्र, चाहिए इस तरह की दृढ़ता और चरित्र का बल, जिससे मनुष्य आजीवन दृढ़व्रत बन सके।
9 comments:
स्वामी विवेकानन्द जी की पुणय आत्मा को शत शत नमन!!
स्वामी विवेकानंद को शत शत प्रणाम !!
स्वामी विवेकानंद जैसे देश के महान संत को सादर को नमन!!
सादर नमन.
गोयल जी,
स्वामी विवेकानंद की पुन्य तिथि को याद रखकर आपने अपने हृदय आँगन में झांकने का मौक़ा दिया, क्योकि स्वामी जी के विचार सझने वाला ही उनकी स्मृतियों का दुनिया के सामने बारबार ला सकता है /थैंक्स/
नारद मुनि जी याद दिलाते रहने के लिए आपका आभार !
वैसे यह दिन युवा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है
इस महान विभूति को शत शत नमन !
स्वामी विवेकानंद को शत शत नमन,
स्वामी विवेकानन्द जी की पुणय आत्मा को नमन!!
सभी मरेंगे- साधु या असाधु, धनी या दरिद्र- सभी मरेंगे। चिर काल तक किसी का शरीर नहीं रहेगा। अतएव उठो, जागो और संपूर्ण रूप से निष्कपट हो जाओ। भारत में घोर कपट समा गया है। चाहिए चरित्र, चाहिए इस तरह की दृढ़ता और चरित्र का बल, जिससे मनुष्य आजीवन दृढ़व्रत बन सके।
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