श्रीगंगानगर के निकट है,हनुमानगढ़ जिला। इस जिले के नोहर कस्बे के निकट एक चक में रात को एक ही परिवार के चार सदस्यों की गला रेत कर हत्या कर दी गई। जिनको मारा गया उनमे एक लड़की तीन साल की और दूसरी एक साल की थी। इन लड़कियों के माता पिता को भी मर दिया गया। हत्या के कारणों का तो अभी पता नहीं लगा है।
कोई आदमी इतना भी निर्दयी हो सकता है! छोटी-छोटी मासूम सी बच्चियों का गला काटते हुए उसके हाथ तक नहीं काम्पे,उसका दिल इतना पत्थर था कि उसको बिल्कुल दया नहीं आई। ऐसा क्या अपराध कर दिया उन लड़कियों ने। आज सुबह सबसे पहले यही ख़बर मिली।
इस हत्या काण्ड से किसी की दिनचर्या में कोई असर नहीं पड़ा। सिवाय पुलिस,प्रेस जैसे काम से जुड़े लोगों के। इनके भी असर कहाँ पड़ता है,हाँ भागदौड थोडी अधिक हो जाती है।
6 comments:
आज जिन्दगी महंगी है मौत सस्ती
क्रूरता की हद हो गई !! वो अपने आपको इंसान समझते हैं ?? जानवर भी मारते हैं तो अपनी जान बचाने के लिए, भोजन की पूर्ति के लिए !! इंसान से बड़ा जानवर कहाँ कोई है|
इंसान से ज्यादा कोन है नामा स्याह ||
इंसान से ज्यादा किसकी है हालत तबाह |
ये वोह है जिसकी रोज घटती है उम्र ,
ये वोह है जिसके रोज बढ़ते हैं गुनाह ||
क्रूरता की हद है .
चिंताजनक विषय है ये .. पुलिस और प्रशासन के निकम्मेपन से हर जगह अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
हद है जी॒
उफ़!!! जल्लाद होगा .....इंसान कभी ऐसा नहीं कर सकते...मन विचलित हो गया"
regards
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