श्रीगंगानगर में अज्ञात व्यक्ति ने एक लड़की पर तेजाब डाल दिया। लड़की ५५प्रतिशत जल गई है। उसकी एक आँख की रोशनी जाती रही। लड़की नर्सिंग कॉलेज में सेकंड इयर की छात्रा है। उसकी हालत देखते हुए उसको श्रीगंगानगर से बीकानेर रेफर किया गया है। घटना के समय लड़की अपने घर की छत पर सो रही थी, ऐसा बताया गया है। फिलहाल इतना ही।
15 comments:
आप कहते है कि नो कमेंट , क्या यह वाजीब है।
ok, koi comment nahi karenge !! comment karne layak koi baat nahi hai!! dukhad vishay hai
ठीक ही तो है नो कमेन्ट ..लड़की ने कपडे सही नही पहने होंगे ..बेचारा आदमी क्या करता प्रेम निवेदन अस्वीकार होने पर
हुआ तो बहुत गलत, ऎसा होना नही चाहिये, क्योकि यह एक अमानविया हरकत है, लेकिन एक अज्ञात व्यक्ति किसी की छत पर वो भी जहां लडकी सोई हो केसे आ गया ?? चलिये हम भी कोई कामेंट नही करते .
नारायण नारायण
नीचता की पराकाष्ठा है यह।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
सही है .. मानव जब पशु से बदतर हरकत करे .. तो क्या कमेंट किया जा सकता है ?
सिर्फ इतना की जिसने ये किया उसे भी किसी तेजाब के टैंक में डाल कर जला नहीं गला देना चाहिए...
आपने सही कहा...इसपर कमेन्ट करने के लिए शब्द ढूंढ़ना असंभव है..
क्या कहें!!
धृणित कृत्य
डालने वाले को अस्पताल ओर उसके बाद की सर्जरी का न केवल पूरा खर्चा देने का आर्थिक दंड हो...कडा शारीरिक श्रम का कारावास मिले जिसकी कमाई इसी लड़की को दी जाए ...क्यों सरकार इस अपराध को गंभीर अपराध की विधा में नहीं डालती ....ओर कडा कारावास देती...जिससे किसी इंसान का पूरा जीवन नष्ट हो जाता है .
उफ़्फ़्...!
:(
मन बिचलित हो गया...
वाकई इस मानसिकता पर टिप्पणी देना कठिन है ।
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