Govind Goyal, journalist
आम हो या ख़ास, आपकी बात, आपके पास
Wednesday, March 2, 2011
कौने कौने में महंगाई
डिब्बी
से
डिब्बे
और
कनस्तर
से
पीपे
तक
,
रसोई
के
कौने
कौने
में
फ़ैल
गई
महंगाई
,
जिन्दगी
की
तरह
पल
पल
सिकुड़
रही
है
आम आदमी की
कमाई
।
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