Friday, April 23, 2010

धर कर जनसेवक का भेस

---- चुटकी----

धर कर
जनसेवक
का भेस,
नेता जी
आईपीएल
की तरह
चला रहे हैं
देश।

2 comments:

पी.सी.गोदियाल "परचेत" said...

दो लाइने मैं भी जोड़ रहा हूँ नाराद जी ;
साधना इनका
अपना हित हो गया !
बन्दूक चलाने को
कंधा ललित हो गया !!

डॉ. मनोज मिश्र said...

श्री मन नारायण-नारायण-नारायण.