मंदा मंदा मंदा क्या मंदा है श्रीमान, जिसके बिना ना काम चले वह महंगा सब सामान, रोटी महँगी कपड़ा महंगा महंगा है मकान, मंदा मंदा मंदा क्या मंदा है श्रीमान।
''स्वामी विवेकानंद जयंती'' और ''युवा दिवस'' पर ''युवा'' की तरफ से आप सभी शुभचिंतकों को बधाई. बस यूँ ही लेखनी को धार देकर अपनी रचनाशीलता में अभिवृद्धि करते रहें.
6 comments:
चुटकी नहीं चिकोटी है।
खींचते रहो . कुछ नहीं मंदा होने का :)
यह मंदा इन नेताओ का ही दिया धंधा है
बढिया चुटकी है, बधाई।
''स्वामी विवेकानंद जयंती'' और ''युवा दिवस'' पर ''युवा'' की तरफ से आप सभी शुभचिंतकों को बधाई. बस यूँ ही लेखनी को धार देकर अपनी रचनाशीलता में अभिवृद्धि करते रहें.
बहुत सही !
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