Friday, May 15, 2009

श्रीगंगानगर का पारा चढा और चढा

श्रीगंगानगर अपनी भयंकर गर्मी के लिए देश भर में जाना जाता है। यहाँ आजकल गर्मी का पारा ४६ डिग्री सेल्सियस से अधिक हो चुका है। चलो पारा तो चढ़ना था चढा, इस पर सरकार का पारा भी हाई हो गया। उसने इस भयंकर गर्मी में हर रोज चार घंटे बिजली कट लगा दिया। करलो जो करना है, चुनाव तो हो गए। कट भी दोपहर में लगता है। मर्जी है इनकी क्योंकि सरकार इनकी है। राजस्थान में श्री अशोक गहलोत के सीएम बनते ही यह सब शुरू हो जाता है। अब भला इतनी गर्मी में बिना बिजली के शहर में रहना कितना मुश्किल है। वह भी उस दशा में जब सूरज ढलते ही मच्छरों का राज सरकार के राज पर भरी हो जाता है। सरकार से तो मच्छर भी नहीं मरते। है कोई ऐसा सरकारी नेता जो यह कहता हो कि वह बिजली कट में आम जन की तरह रह कर दिखा सकता है। कोई तो बताये कि क्या सीएम,मुख्य सचिव,सरकार के मंत्रियों के घरों दफ्तरों की बिजली भी कटती है क्या? प्लीज जरुर जरुर बताना! ऐसा नहीं कि हम आपकी बिजली काट के खुश हैं। हम तो दुनिया को यह बताना चाहते हैं कि देखो हमारा सीएम आम आदमी की भांति गर्मी में अपना समय गुजारता है। पता नहीं वह समय कब आएगा जब एक सीएम आम आदमी की तरह रहता दिखाई देगा। आम आदमी का सीएम बनना तो लोकतंत्र में कोई खास बात नहीं लेकिन सीएम का एक आम आदमी की तरह रहना जरुर खास और बहुत खास बात होगी। सॉरी, मैं तो सपने देखने लगा। वह भी इतनी गर्मी में जागते हुए। हाय ओ रब्बा मुझे माफ़ करना। मैंने भी क्या देख लिया । ऐसा भी कभी होता है क्या इस लोकतंत्र में। लोकतंत्र तो वही है जहाँ नेता राजा की भांति और आमजन निरीह प्राणी की भांति अपना समय काटें।

4 comments:

समयचक्र said...

यहाँ तो बिजली कड़कने लगी है बूंदाबांदी शुरू हो गई है .नारायण नारायण

डॉ. मनोज मिश्र said...

बहुत गर्मी है,नारायण नारायण

Unknown said...

bahar ki chhodo, ganganagariyon me bhitar ki garmi bhi kam nahin hai
narayan narayan

Udan Tashtari said...

बाप रे!! ४६!!

यहाँ तो अभी ५ है..हीटिंग चलाये बैठे हैं.