श्रीगंगानगर। पाँच दिवसीय दिवाली पर्व के आज चौथे दिन घरों मेँ
गोवर्धन पूजा हुई तो मंदिरों मेँ अन्नकूट का वितरण किया गया। सभी मंदिरों मेँ भारी
भीड़ रही। गोवर्धन पूजा के लिए महिलाओं ने घरों मेँ गोबर से गोवर्धन बनाया। जिसकी विधिवत
पूजा अर्चना के बाद भोजन का भोग लगाया गया। परिक्रमा कर सुख समृद्धि की कामना की गई।
हर मंदिर मेँ अन्नकूट तैयार करने का काम सुबह ही शुरू हो गया था। दोपहर तक मंदिरों
मेँ महिलाओं, पुरुषों और बच्चों की भीड़ उमड़ पड़ी अन्नकूट लेने के लिए। अन्नकूट
के प्रसाद मेँ बाजरे की खिचड़ी प्रमुख रूप से शामिल होती है। छप्पन प्रकार के व्यंजन
कई मंदिरों मेँ बना ठाकुर जी को भोग लगा, प्रसाद के रूप मेँ वितरित
किया गया। सैकड़ों घरों मेँ दोपहर को केवल अन्नकूट का प्रसाद ही लिया गया। अन्नकूट की
परंपरा सदियों पुरानी है।
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