श्री राजदीप सरदेसाई टी वी न्यूज़ चैनल के जाने माने नाम है। उनके लेख अख़बारों में छपते रहतें हैं। इस से "लिखे" का महत्व साबित होता है। जो लिखा गया वह इतिहास बन जाता है।
---- चुटकी-----
न्यूज़ चैनल से अधिक
न्यूज़ पेपर का
महत्व है मेरे भाई,
तभी तो न्यूज़ पेपर में
लेख लिखतें है
राजदीप सरदेसाई।
-----गोविन्द गोयल
2 comments:
Rajdep ji ke bheji ki nahi ye chutaki.
चेनल पर देखा सुना,
क्या मिला?
अखबार पढ़ा,
और रद्दी भी बनी.
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