Govind Goyal, journalist
आम हो या ख़ास, आपकी बात, आपके पास
Saturday, September 20, 2008
आतंकवाद बेमानी है
---- चुटकी ----
कुर्सी नहीं है तो पानी है
अगर है तो बचानी है,
आतंकवाद ! छोड़ो भाई
ऐसे में ये बात बेमानी है।
---- --गोविन्द गोयल
2 comments:
फ़िरदौस ख़ान
said...
बहुत ख़ूब...
Sat Sep 20, 08:58:00 AM GMT+5:30
Unknown
said...
सही बात है.
Sat Sep 20, 10:48:00 AM GMT+5:30
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2 comments:
बहुत ख़ूब...
सही बात है.
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