Govind Goyal, journalist
आम हो या ख़ास, आपकी बात, आपके पास
Sunday, September 14, 2008
ग़लतफ़हमी के शिकार
----- चुटकी ----
टिकट के असली दावेदार तो
हैं बस दो चार ,
बाकी तो हैं यूँ ही
ग़लतफ़हमी के शिकार।
----गोविन्द गोयल,श्रीगंगानगर
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