Friday, September 26, 2008
बीआरपी के लिए
जिस प्रकार से न्यूज़ चैनल वाले टीआरपी के लिए मरे जा रहें हैं यही हाल ब्लॉग वालों का हो चुका है। टीवी की टीआरपी है तो ब्लॉग की बीआरपी। अब टीवी वाले क्या करतें हैं वही ब्लॉग लेखक करें तो क्या कहने। मसलन लड़कियों के बारे में ऐसी ऐसी कहानियाँ लिखो कि ब्लॉग पर दस्तक देने वाले को यूँ लगे जैसे वह कोई नीली फ़िल्म देख रहा हो। [तड़का लगाने के लिए केवल अधोवस्त्र पहने लड़की के फोटो डाले जा सकते है।] ख़ुद के साथ ऐसी कहानी जोड़ दो तो कुछ अलग बात हो। किसी बड़े से बड़े नेता, अभिनेता,पत्रकार, अभिनेत्री के बारे में लिख दो कुछ चटक मटक वाला, फ़िर देखो बीआरपी कैसे ऊपर जाती है। ख़ुद न लिखो तो जिसने लिखा है उसकी बखिया खोल दो और खुलवा दो अपने मित्रों से । अपने निजी संबंधों को ब्लॉग में उजागर करो फोटो सहित। अगर आप थोड़े बहुत जाने माने आदमी है तो और भी अधिक आसन है बीआरपी को ऊपर लेकर जाना। ब्लॉग पर जितनी अधिक मिर्च मसाले का तड़का होगा उतनी अधिक होगी बीआरपी। उसके बाद चैनल से मुकाबला होगा। जिस प्रकार टीआरपी एक ख़बर होती है उसी प्रकार बीआरपी भी ख़बर हुआ करेगी। महिलाएं अपने ब्लॉग पर तड़फ,विरह ,प्रेमरोग से ओत प्रोत शेरो शायरी लिख सकतीं हैं।[ खुले बाल उदास चेहरे की फोटो जलती हुई मोमबत्ती के साथ हो तो सोने पर सुहागा।] बी आर पी इतनी ऊपर जायेगी कि ब्लॉग लेखक को संभालनी मुश्किल हो जायेगी। भूतप्रेत,चमत्कार,टोने टोटके जो भी उलूल जलूल हो बस ब्लॉग में भर दो कौन से दाम लगते हैं। हमें तो अपनी बीआरपी से मतलब है। जब न्यूज़ चैनल वाले,जो हर घर में दस्तक देते हैं, कुछ भी दिखा सकते हैं तो ब्लॉग लेखक को क्या? तो आज से , आज से क्यों अभी से शुरू हो जाओ फ़िर देखो आप बीआरपी की किन बुलंदियों को छूटें है। ओके आल दी बेस्ट ।
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4 comments:
bilkul teek kha
आपका बहुत बहुत शुक्रिया, पर हम को न कभी टीआरपी से कोई मतलब रहा और न आपकी बीआरपी से रहेगा. आपके ब्लाग पर आते रहेंगे हम और टिपियाते भी रहेंगे.
यह कमेन्ट मोडरेशन हटा दो भाई, इस से कोई फायदा नहीं है, सिर्फ़ हमें परेशानी होती है. हम चाहते हैं कि हमारी टिपण्णी तुंरत दिखाई दे आप के ब्लाग पर. किसी ग़लत टिपण्णी को तो आप कभी भी हटा सकते हैं.
sसही लिखा आभार।
bahot badhiya chitran, dhnyabad
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