Govind Goyal, journalist
आम हो या ख़ास, आपकी बात, आपके पास
Wednesday, June 27, 2012
हर बार,बार बार
आगे बढ़ती हो
हाथ बढ़ाती हो
झिझकती हो
लौट जाती हो
हर बार
,
बार बार
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