Govind Goyal, journalist
आम हो या ख़ास, आपकी बात, आपके पास
Tuesday, October 21, 2008
भ्रष्टाचार की रेल
---- चुटकी----
राजनीति तो है
अब पैसों का खेल,
ऐसे में कौन रोकेगा
भ्रष्टाचार की रेल।
---गोविन्द गोयल
1 comment:
Unknown
said...
कानून के संरक्षण में भ्रष्टाचार करना ही राजनीति है.
Tue Oct 21, 07:06:00 PM GMT+5:30
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कानून के संरक्षण में भ्रष्टाचार करना ही राजनीति है.
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