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kya baat hai . dhanyawad.
अब कौन गाता है ऐसे गीत? इस कलियुग में अधर्म धर्म की छाती पर बैठा है ओर उस का गला दबा रहा है. पता नहीं कब धर्म का दम निकल जाए.
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2 comments:
kya baat hai . dhanyawad.
अब कौन गाता है ऐसे गीत? इस कलियुग में अधर्म धर्म की छाती पर बैठा है ओर उस का गला दबा रहा है. पता नहीं कब धर्म का दम निकल जाए.
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