श्रीगंगानगर-सूरज
अपनी यात्रा पूरी करके पश्चिम में अस्त हो अंधेरा करने के अंतिम चरण में था। इसी
दौरान कांग्रेस सांसद भरतराम मेघवाल अपनी राजनीति पर छाए अंधेरे को दूर करने के
लिए मीरा मार्ग के पाश्चिम में स्थित एक घर पहुंचे। यह निवास था कृषि विपणन मंत्री
गुरमीत सिंह कुन्नर का। वे खुद अपने अंदर वाले कमरे में अपने भतीज दामाद तेजदीप सिंह के साथ थे। सांसद भरत राम मेघवाल पूर्व विधायक महेंद्र सिंह बराड़,एडवोकेट रामस्वरूप मांझु के साथ उनके पास
पहुंचे। उसके बाद कमरा बंद। लगभग ढाई घंटे तक अंदर वह हुआ जो राजनीतिक संबंध
सुधारने,राजनीति में आगे बढ़ने के
लिए पहली बार सांसद बने एक व्यक्ति द्वारा
किया जाना जरूरी था। कमरे के अंदर दो बार चाय पानी गया। वार्ता बहुत गरमा गरम हुई। कई बार तेज आवाज
आई...अनेक बार वे शब्द सुनाई दिये जो कोई दीन दीन स्थिति में अपने से बड़े,ताकतवर को कहता है,सम्बन्धों में
आई खटास को मिठास में बदलने के लिए। वार्ता के दौरान पूर्व सांसद शंका पन्नू भी अंदर गए। लेकिन
चूंकि उनको पता नहीं था कि अंदर कौन किस लिए बैठा है इसलिए वे कुछ क्षण बाद ही आ गए। मनिन्दर सिंह मान भी
इसी प्रकार गए और कुछ समय बाद लौट आए। लगभग ढाई घंटे के बाद कमरा खुला....गुरमीत सिंह कुन्नर के साथ सब बाहर आए। किसी के चेहरे पर भी वह नेचुरल मुस्कान नहीं थी जो संबंध सुधरने का संकेत देती। मुख पर तनाव था और जबरदस्ती लाई गई मुस्कान। श्री कुन्नर अपनी गाड़ी में
बैठे...भरत राम मेघवाल ने चरण छूए,इजाजत ली
...महेंद्र सिंह बराड़ बोले...बड़े तो बड़े ही रहेंगे,क्षमा बड़न को चाहिए। उसके बाद गुरमीत सिंह कुन्नर रवाना हो गए। भरत राम
मेघवाल से जब पूछा गया तो इतना ही कहा कि हमारे सम्बन्धों में कोई खटास थी ही
नहीं। सूत्रों का कहना है कि बंद कमरे में हुई बैठक के बाद गुरमीत सिंह कुन्नर एक बार तो सांसद भरत राम मेघवाल के साथ समारोह में आने
के लिए तैयार हो गए। मंत्री गुरमीत सिंह कुन्नर ने पूछने पर बताया कि अब एक बार तो मैं समारोह में आऊँगा। बाकी बाद में
देखेंगे। मतलब अभी बहुत कुछ बाकी है शायद।
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