Saturday, September 12, 2009

हो जाते हैं फुर्र

---- चुटकी-----

चिदम्बरम ने
न्यूयार्क में सीखे
सुरक्षा के गुर,
भारत आते ही
सब के सब
हो जाते हैं फुर्र।

6 comments:

Kajal Kumar said...

यही तो अंतर है गुरू व महागुरू में

संजय तिवारी said...

आपकी लेखन शैली का कायल हूँ. बधाई.

हेमन्त कुमार said...

बहुत खूब । आभार ।

sunil patel said...

In very few words you have expressed the truth. Very nice.

लता 'हया' said...

shukria,shukria.
aapki chutkiyan behad manoranjak aur ghatak hain.

Roshani said...

narayan narayan sir.
bhut badiya