tag:blogger.com,1999:blog-5480942758752763664.post6786680791297858623..comments2023-10-18T20:43:22.959+05:30Comments on Govind Goyal, journalist : सौ सौ रूपये बस, इतनी मंदी है क्यागोविंद गोयल, श्रीगंगानगर http://www.blogger.com/profile/04254827710630281167noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-5480942758752763664.post-86320237702933779112009-06-03T23:11:52.783+05:302009-06-03T23:11:52.783+05:30इसकी भी अजबय हाल है .इसकी भी अजबय हाल है .डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5480942758752763664.post-86371807238638407052009-06-03T15:22:26.834+05:302009-06-03T15:22:26.834+05:30आप तो कथित नारद की तरह मुझे अक्सर नज़र आते रहे, ...आप तो कथित नारद की तरह मुझे अक्सर नज़र आते रहे, आज आपके लेख भी देखे, पत्रकारों संबंध में आपने अच्छा लिखा, मेरे मित्र भी अधिकतर पत्रकार ही हैं, उन्हें भी आपका यह लेख भेजूंगा, बहुत अच्छा लगा,<br />नारदमुनि से अंतिम अवतार के मामले में कैसे चूक होगई ? नारदमुनि जी आपने अनुसर्ण किया antimavtar ब्लाग का और टिप्पणी दी है antimawtar ब्लाग पर, इस विषय पर आगे भी मेरे पास बहुत कुछ है वह में W वाले अर्थात antimawtar पर ही पोस्ट करूंगा, यदि आप अनुसर्ण करना चाहते हैं तो W से लिखे अंतिम अवतार का करें, आप जैसे प्रसिद्ध ब्लाग्ार के अनुसर्ण करने के कारण ही मुझे वहाँ लिखना पडाः<br /> <br />उर्दू पुस्तक में W और V के प्रयोग बारे में पढा था कि जब व के पश्चात अ की आवाज निकले तो w और अगर इ या ई की आवाज आये तो V का प्रयोग होगा, अतः उस नियम के अनुसार antimawtar ब्लाग बुक कर लिया, जबकि प्रचलित antimavtar था, जनहति या धर्म हित में समझें यह नाम भी बुक कर लिया, आज 3 june के delhi times, page 8 पर अवतार शब्द का तीसरा रूप अर्थात v के पश्चात 'a' भी देखने को मिला, उक्त समाचारपत्र मे शब्द 'avatar' लिखा है, मैं किया करूँ? आप बतायें, ब्लाग नाम V के पश्चात A से antimavatar.blogspot.com भी बुक करूँ?Mohammed Umar Kairanvihttps://www.blogger.com/profile/06899446414856525462noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5480942758752763664.post-36283345072380653622009-06-03T12:41:34.849+05:302009-06-03T12:41:34.849+05:30हूँ मुझे लगता है पत्रकारों की एक स्टैण्डर्ड रेट हो...हूँ मुझे लगता है पत्रकारों की एक स्टैण्डर्ड रेट होनी चाहिए या पहले अपना मेनू भिजवा देना चाहिए !!! हा..हा..हा...Murari Pareekhttps://www.blogger.com/profile/16625386303622227470noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5480942758752763664.post-34883129349356524182009-06-02T23:26:29.418+05:302009-06-02T23:26:29.418+05:30are patrakaar sammelano mein lifafe bhee baantein ...are patrakaar sammelano mein lifafe bhee baantein jaate hain ...ye to pehlee baar hee pata chala....kamaal hai ....daam ke daam .guthliyon ke daam....kaahe kee mandi....fir to theek hai yaar....अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5480942758752763664.post-69643385701008743022009-06-02T19:43:52.646+05:302009-06-02T19:43:52.646+05:30ये भी एक मंदी बस सौ रुपये
नारायण नारायणये भी एक मंदी बस सौ रुपये <br />नारायण नारायणसमयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5480942758752763664.post-17820989911546387782009-06-02T19:35:09.925+05:302009-06-02T19:35:09.925+05:30पता नहीं आयोजकों ने अपनी हैसियत के हिसाब से नोट दि...पता नहीं आयोजकों ने अपनी हैसियत के हिसाब से नोट दिए थे या फिर इनकी औकात देख कर ?Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5480942758752763664.post-60075986949524835172009-06-02T19:05:45.640+05:302009-06-02T19:05:45.640+05:30किरदार चौथे खम्भे का हाथी के दाँत सा।
क्यों असलियत...किरदार चौथे खम्भे का हाथी के दाँत सा।<br />क्यों असलियत छुपा के दिखाती है जिन्दगी।।<br /><br />सादर <br />श्यामल सुमन <br />09955373288 <br />www.manoramsuman.blogspot.com<br />shyamalsuman@gmail.comश्यामल सुमनhttps://www.blogger.com/profile/15174931983584019082noreply@blogger.com